पत्रकार-अर्पित हरदेनिया।
सुसनेर: भीषण गर्मी में जब तापमान आसमान छू रहा है और जलस्रोत सूखने की कगार पर हैं ऐसे में मानव जाति तो किसी न किसी तरह अपनी प्यास बुझा ही लेती है। परंतु उन बेजुबान पक्षियों का क्या जो अपनी व्यथा कह नहीं सकते? इन्हीं पक्षियों की पीड़ा को समझते हुए सुसनेर निवासी मनोज सोनी ने एक बार फिर अपने वार्षिक पक्षी मित्र अभियान की शुरुआत की है।इस बार की खास बात यह है कि मनोज सोनी ने इस अभियान की शुरुआत अपनी दोनों बेटियों दक्षायनी सोनी और काव्यश्री सोनी के साथ मिलकर की। उन्होंने पहले अपने घर की छत पर मिट्टी के जलपात्र रखे, फिर मोहल्ले और आसपास के लोगों को इस पुनीत कार्य से जोड़ने का बीड़ा उठाया। मनोज सोनी पिछले 10 वर्षों से लगातार इस अभियान को चला रहे हैं। हर वर्ष गर्मी के मौसम में वे पक्षियों के लिए जल और अन्न की व्यवस्था करते हैं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं। उनका मानना है कि प्रकृति और प्राणी मात्र की सेवा करना केवल एक दायित्व नहीं आत्मिक सुख की अनुभूति है। जब एक प्यासे पक्षी को जल की एक बूंद मिलती है, तो उसका कृतज्ञ मौन ही बहुत कुछ कह जाता है। इस अभियान के अंतर्गत वे लोगों को न सिर्फ जलपात्र रखने के लिए प्रेरित करते हैं। बल्कि जरूरतमंदों को पात्र भी स्वयं उपलब्ध कराते हैं। इसके साथ ही वे जलपात्र बनाने की विधि सिखाते हैं। ताकि हर कोई आसानी से यह सेवा कर सके। उनके जलपात्रों में पानी के साथ-साथ पक्षियों के लिए बाजरा, चावल, मूंग और अन्य दाने भी रखे जाते हैं।
व्हाट्सएप बना जागरूकता का माध्यम:-
तकनीक का सदुपयोग करते हुए मनोज सोनी ने एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया है। जिसमें शहर और कस्बे के लोगों को जोड़ा गया है। इस ग्रुप में सदस्य अपने-अपने घरों पर रखे जलपात्रों की तस्वीरें साझा करते हैं। जिससे दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है और यह कार्य उत्सव जैसा बन जाता है। बच्चों, युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक, सभी इसमें भागीदारी निभा रहे हैं।
पर्यावरण से बचपन से जुड़ाव:-
मनोज सोनी का पर्यावरण के प्रति लगाव कोई नया नहीं है। वे बचपन से ही पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को लेकर सजग रहे हैं। उनकी यही सोच अब उनके बच्चों में भी दिखती है। जो उनके साथ मिलकर न केवल जलपात्र सजाते हैं बल्कि रोज़ उनके साफ-सफाई और जल-भराव की जिम्मेदारी भी निभाते हैं।
हर छत पर एक जलपात्र का सपना:-
सोनी का सपना है कि अगर हर घर की छत पर एक जलपात्र हो, तो हजारों पक्षियों की जान बच सकती है। यह न कोई भारी खर्च है न कोई बड़ी मेहनत सिर्फ थोड़ा सा ध्यान और करुणा चाहिए।
समाज के लिए एक संदेश:-
आज जब इंसान अपने सुख-सुविधाओं में इतना व्यस्त हो चुका है कि प्रकृति और जीवों के प्रति उसकी संवेदनशीलता कम होती जा रही है। ऐसे में मनोज सोनी का यह प्रयास समाज को एक सकारात्मक दिशा देता है। यह अभियान सिर्फ पक्षियों के लिए नहीं बल्कि हमारे भीतर की मानवीयता और करुणा को जीवित रखने की एक प्रेरणा भी है।